जांजगीर-चांपा 19 जनवरी 2021(एचकेपी 24 न्यूज).कोविड टीकाकरण की प्रक्रिया 16 जनवरी से जांजगीर-चांपा जिले में तीन केन्द्रों क्रमशः- जिला अस्पताल, बलौदा और अकलतरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र से प्रारभ कर दी गई है। प्रथम चरण में 10 हेल्थ वर्कर्स को टीका लगाया जा रहा है। इसी कड़ी में जिला चिकित्सालय के भृत्य श्री संतोष बर्मन ने 18 जनवरी को और सहायक ग्रेड 03 श्री अविनाश साहू को 16 जनवरी को टीका लगाया। टीका लगवाने के बाद दोनों ने अनुभव साझा करते हुए बताया कि यह टीका पूर्णतः सुरक्षित है। इसका कोई दुष्प्रभाव नही है। टीका लगवाने के बाद उन्हें आधा घंटा टीकाकरण केन्द्र में चिकित्सकों की निगरानी में रखा गया। उसके बाद 28 दिन पश्चात टीका का दूसरा डोज लगवाने तथा आवश्यक परामर्श भी दिया गया। टीका लगने के बाद इन्होंने रोज की तरह अपनी ड्यूटी भी की। वे पूर्णतः स्वस्थ महसूस कर रहे है।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित ‘कोविशील्ड’ टीका-
छत्तीसगढ़ को भारत सरकार द्वारा पहली खेप में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित ‘कोविशील्ड’ टीके उपलब्ध कराए गए हैं। ये टीके आईसीएमआर द्वारा प्रमाणित हैं। इन सब की जानकारी कोविन पोर्टल में एंट्री की गई है। टीकाकरण के बाद किसी भी तरह की प्रतिकूल घटना या आपात स्थिति के प्रबंधन के लिए राज्य स्तर से लेकर टीकाकरण स्थलों तक एईएफआई (एडवर्स इवेंट फालोइंग इम्यूनाइजेशन ) प्रबंधन प्रणाली सुदृढ़ किया गया है।
28 दिनों के अंदर दूसरी खुराक लेना आवश्यक-वैक्सीन की पहली खुराक के 28 दिनों के अंदर दूसरी खुराक लेना होगा। सेकंड डोज लेने के दो सप्ताह के अंदर आम तौर पर एंटीबाडी का सुरक्षात्मक स्तर इम्यूनिटी विकसित होती है। वैैैक्सीन लगाने के बाद भी कोविड अनुरूप व्यवहार करना आवश्यक होगा जिससे कोरोना के खतरे को कम किया जा सकेगा। टीका मेडिकल प्रोटोकॉल का पालन करके लगाया जा रहा है। टीका लगाने के बाद हितग्राही को आधे घंटे निगरानी कक्ष में रखा जाता है। टीका लगाने में कोई शंका, डर नहीं होना चाहिए, क्योंकि इसमें इनएक्टिव वायरस का उपयोग किया गया है।