नई दिल्ली(एचकेपी 24 न्यूज)।भारत अब सीमा पार के आतंकी कैंपों (Terror Camps) पर आसमान से भी नजर रखेगा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (इसरो) आगामी एक अप्रैल को सैन्य उपग्रह (Military sattelite) एमीसेट का प्रक्षेपण करेगा। इसरो (ISRO) और डीआरडीओ (DRDO) ने संयुक्त रूप से इस उपग्रह को बनाया है। इससे दुश्मन के राडार और सेंसर पर तो नजर होगी ही, साथ में उस देश का इलेक्ट्रॉनिक नक्शा भी आसानी से बनाया जा सकेगा।डीआरडीओ के वैज्ञानिकों के अनुसार एमीसेट (Amisat) एक मिलिट्री उपग्रह है। इसके जरिए भारत की सीमा के पास दुश्मन के राडार और सेंसर पर निगरानी रखी जा सकती है। दुश्मन के इलाकों का सही इलेक्ट्रॉनिक नक्शा बनाने और दुश्मन के इलाके में मौजूद मोबाइल समेत अन्य संचार उपकरणों की सटीक जानकारी लेने में भी एमीसेट का उपयोग हो सकता है।


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 #ISROMissions #PSLVC45 set to launch #EMISAT and 28 foreign satellites from Satish Dhawan Space Centre in Sriharikota on April 1, 2019, subject to weather conditions. Updates will continue.
बालाकोट में हुए एयरस्ट्राइक के बाद एनटीआरओ ने बताया था कि हमले के समय बालाकोट (Balakot) में 300 मोबाइल एक्टिव थे। लेकिन इस पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। अब ऐसे सवाल नहीं उठेंगे। 24 जनवरी को भी इसरो ने डीआरडीओ के उपग्रह माइक्रोसैट-आर को लॉन्च किया था। यह सैटेलाइट रात में भी तस्वीरें लेने में सक्षम है।सीमाओं पर तैनात दुश्मन के राडार और सेंसर्स पर निगरानी रखेगा।सीमाओं पर मौजूद मोबाइल समेत अन्य संचार उपकरणों की सही जानकारी देगा।मोबाइल और संचार उपकरणों के जरिए होने वाली बातचीत को डिकोड करेगा।