बालोद(एचकेपी 24 न्यूज)।जिले में 2 मार्च से शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत 2019- 20 में बच्चों के नि:शुल्क भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इन 8 दिन में जिले के 162 स्कूलों में निर्धारित 1822 सीट के लिए मात्र 115 आवेदन ही आ पाया है। प्रचार-प्रसार के अभाव में यह स्थिति निर्मित हुई है। कई लोगों को अभी भी जानकारी नहीं हो रही है कि पोर्टल चालू हुआ है या नहीं। एक-दो दिन तक तो पोर्टल खुला ही नहीं। जिसके बाद पालक भी घर वापस आ गए और दोबारा पता करने भी नहीं गए।
शिक्षा विभाग भी इसका पर्याप्त प्रचार-प्रसार नहीं कर रहा है। इससे पालकों को समय रहते जानकारी नहीं मिल पा रही है और वे बच्चों के दाखिले के लिए आवेदन करवाने में पीछे हैं। अकेले बालोद शहरी क्षेत्र में 21 प्राइवेट स्कूल है। जिनमें 5 से 13 सीट ही आरटीई के तहत दिखाया जा रहा है। कम आवेदन आने की शिकायत सिर्फ बालोद में नहीं बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ के स्कूलों में हैं। छत्तीसगढ़ में कुल 85088 सीट है। जिनके लिए अभी तक 15538 ही आवेदन आ पाया है।
आवेदन शुरू: अभी तक कई लोगों को इसकी जानकारी नहीं
बालोद. ऑनलाइन एडमिशन के लिए आवेदन की प्रक्रिया जारी है।
प्रमुख स्कूलों में कहां के लिए कितने आए आवेदन
स्कूल आरटीई सीट आवेदन आया
शारदा शिशु मंदिर 11 16
नगर पालिका स्कूल 07 02
प्रज्ञा विद्या मंदिर 08 10
महावीर स्कूल 13 21
गुरुकुल स्कूल 10 05
सैंट कबीर स्कूल 09 17
सस्कार साला 08 09
ब्लेज एकेडमी 08 09
गुरुकुल इंग्लिश मीडियम 06 07
आदित्य नवोदय 10 04
कृष्णा पब्लिक इंग्लिश स्कूल 13 14
कृष्णा पब्लिक हिंदी माध्यम 11 10
कृष्णा किंडर गार्टन स्कूल 27 18
सरस्वती शिशु मंदिर 08 03
इस लिंक पर कर सकते हैं ऑनलाइन आवेदन
पालकों को अपने बच्चों को शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत एडमिशन दिलाने के लिए ईडीयू पोर्टल डॉट सीजी डॉट एनआईसी डॉट इन आरटीई स्टूडेंट रजिस्ट्रेशन लिंक पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। यह प्रक्रिया 30 मार्च तक चलेगी। एक आवेदक एक ही आवेदन कर सकता है। एक से अधिक आवेदन होने पर बाकी सभी आवेदन को रद्द किया जाएगा। यदि आपके आवेदन में कुछ त्रुटि है तो आवेदन में संशोधन में जाकर सुधार किया जा सकता है।
क्लास के नाम में हरा रंग दिखेगा तभी होगा चयन
पोर्टल खोलने पर यदि चुने हुए स्कूल में क्लास का नाम हरे रंग का दिखाई दे रहा है तो क्लास का चयन कर सकते हैं और यदि लाल रंग का दिखाई दे रहा है तो क्लास का चयन नहीं कर सकते, क्योंकि यदि क्लास लाल रंग का है इसका अर्थ यह है कि बच्चे की उम्र उस क्लास में एडमिशन लेने के लिए कम या ज्यादा है। आवेदन भरने के बाद मैसेज से एक रजिस्ट्रेशन नंबर आएगा। जब भी लॉटरी होगी तो उसके दिनांक व स्थान की सूचना आपको एसएमएस के साथ साथ ऑनलाइन भी प्रदर्शित की जाएगी। उस दिन आपको जाना है।
नहीं कर सकते निर्धारित सीट में गड़बड़ी, ज्यादा बच्चे हुए तो उन्हें खुद के खर्चे पर पढ़ाना पड़ेगा
आरटीई पोर्टल में जिले के सभी निजी स्कूल संचालकों द्वारा अपने स्कूल के जिस कक्षा में आरटीई से दाखिला दिया जाना है, वहां की कुल सीट और आरटीई सीट की जानकारी पोर्टल में प्रदर्शित की गई है। इस जानकारी में किसी तरह की गड़बड़ी अगर निजी स्कूल संचालक कर रहे हैं तो इसका परिणाम उन्हें स्वयं ही भुगतना पड़ेगा। पोर्टल में स्कूल प्रबंधन को अनुमानित निर्धारित सीट की जानकारी डालनी रहती है। अगर एडमिशन उतने बच्चों का नहीं हो पाता तो फिर परेशानी प्रबंधन को ही उठानी होगी। जैसे अगर किसी स्कूल का कुल सीट 40 है। इस हिसाब से 25% सीट यानी 10 को आरटीई सीट बताया गया है। लेकिन कुल सीट 40 में अगर 30 से भी कम बच्चे एडमिट होते हैं तो कुल एडमिशन का 25% 10 सीट नहीं आ पाएगा। ऐसी स्थिति में जितने भी कम सीट निकल कर आते हैं तो जो पोर्टल में जानकारी 10 सीट की दी गई है उसी आधार पर बच्चों को एडमिशन दिया जाएगा।
शासन से इस योजना के तहत कुल एडमिशन के 25% बच्चों के लिए ही फंड जारी होगा। अगर स्कूल एडमिशन के बाद 25% सीट में 8 बच्चे ही आ रहे हैं और पोर्टल में पहले स्कूल वालों ने 10 बच्चों की जानकारी भरी है तो फिर उन्हें अतिरिक्त दो बच्चों को स्वयं के खर्च पर पढ़ाना होगा। शासन इसके लिए कोई फंड नहीं देगा।