बिलासपुर(सुनिल कुमार बर्मन/एचकेपी 24 न्यूज)।कार्य का नाम मुर्गी पालन शेड निर्माण कार्य भरत लाल टंडन
कार्य सहित 3301023038/IF/GIS/651191
ग्राम जुनवानी ग्राम पंचायत-जुनवानी विकासखण्ड मस्तूरी जिला बिलासपुर (छ.ग)
प्रशा. स्वी. आदेश क्र./दिनांक 3301023038/2023-2024/114039/AS, 09/10/2023
स्वीकृत राशि 0.85 लाख
व्यय राशि 0.81 लाख
कार्य प्रस्तावना :- निजी मुर्गी शेड निर्माण कार्य का उपयोग आजीविका हेतु मुर्गीपालन कर हितग्राही के परिवार के लिए आर्थिक स्थिति सुधारने मे सहायक सिध्द हुआ है। उक्त कार्य की स्वीकृति की प्रक्रिया ग्राम सभा अनुमोदन उपरांत प्रस्तावित किया गया। जिसका स्थल चयन, निरीक्षण, प्राक्कलन तैयार कर स्वीकृति हेतु जिला पंचायत प्रेषित किया गया।
कार्य की आवश्यकता एवं लाभ:- हितग्राही भरत लाल टंडन पिता सखाराम बिलासपुर जिले के विकासखण्ड मस्तूरी का ग्राम पंचायत जुनवानी के निवासी है। जिनको अपनी आजीविका के लिए मुर्गीपालन शेड की आवश्यकता थी। मुर्गीपालन से प्राप्त राशि का उपयोग अपने दैनिक आवश्यकताओ की पूर्ति परिवार का भरण पोषण करके आर्थिक रूप से लाभ लिया जा रहा है।
कार्य क्रियान्वयन की प्रक्रिया:- कार्य स्वीकृति उपरांत मनरेगा अंतर्गत पंजीकृत जॉब कार्डधारी श्रमिको से कार्य पूर्ण कराया गया। कार्य स्वीकृति से ही ग्राम पंचायत के मनरेगा श्रमिको को रोजगार उपलब्ध कराया जा सका।
क्रियान्वयन एजेंसी:-सरपंच ग्राम पंचायत बिलासपुर । जुनवानी जनपद पंचायत मस्तूरी जिला-बिलासपुर(छ.ग.)
विशेष योगदान एवं कठिनाईयां:-मुर्गी पालन शेड निर्माण कार्य मे विशेषकर हितग्राही एवं मनरेगा श्रमिक, क्रियान्वयन एजेंसी द्वारा पूर्ण कराया गया। जिसमे 46 मानव दिवस श्रृजित किया गया उक्त कार्य मे सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक का भी योगदान रहा है ताकि हितग्राही की आजीविका सुधरे।
प्रभाव :- मनरेगा योजनांतर्गत कार्य संपन्न होने मे कुल 46 मानव दिवस सृजित हुए जिससे ग्राम पंचायत के श्रमिको को रोजगार उपलब्ध कराये जाने के साथ-साथ हितग्राही भरतलाल टण्डन द्वारा मुर्गी पालन का व्यवसाय शुरू किया गया है, जिसे बेचकर हितग्राही अपने जीवन मे पहले की अपेक्षा अधिक लाभ कमा रहे है। उन्होने बताया की मुर्गीपालन से उनको एक वर्ष मे लगभग 80 हजार राशि का मुनाफा हुआ, इसी प्रकार शासन के विभिन्न योजनाओ का लाभ हितग्राही भरत लाल टण्डन ने लिया व अपनी आजीविका सुधारने मे एवं अन्य हितग्राहीयो को भी प्रेरित कर रहे है।
कार्य के पूर्व की स्थिति:- 1.हितग्राही के पास स्वयं का कोई व्यवसाय या रोजगार नही था।
2. वह किसी दूसरे के काम करने के लिए पलायन चला जाता था।
3. आय का साधन नही था।
4. आर्थिक हानि एवं आजिविका मे कोई बदलाव नही था।
कार्य के पश्चात बदलाव :- 1. मुर्गी पालन शेड निर्माण से हितग्राही के पास स्वयं का रोजगार।
2. पुरे वर्ष मुर्गीपालन से अच्छी आमदनी पलायन की स्थिति नही।
3. उपयुक्त स्थान मिलने से बेहतर तरीके से पालन किया जाने लगा।
4. आसपास के बाजार मे मुर्गी की मांग की पूर्ति कर अच्छी आर्थिक लाभ की प्राप्ति।
5. मुर्गी पालन व्यवसाय से अपनी आजीविका मे सुधार कर आसपास के लोगो मे हितग्राही भरत लाल टण्डन प्रेरणा के श्रोत बन रहे है।