बिलासपुर(सुनिल कुमार बर्मन/एचकेपी 24 न्यूज)।जिले में ऐसे कई परिवार हैं ।जो स्वयं के पक्के मकान का सपना संजोए हुए हैं। प्रदेश सरकार के इस निर्णय से आवासहीन परिवारों में खुशी की लहर है। महल हो या झोपड़ी अपना घर अपना होता है।हर व्यक्ति का एक सपना होता है,कि छांव के लिए उसका एक खुद का घर हो। स्वयं का घर होने से कई सारे फायदे हैं।अपना घर व्यक्ति को वित्तीय सुरक्षा देता है। एक घर को अपना घर कहने मे जो गौरव की अनुभूति होती है।इसी सपने को प्रदेश सरकार द्वारा साकार किया जा रहा है। समाज के आर्थिक रूप से कमजोर तबके की भलाई के लिए सरकार द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना संचालित की जा रही है। इस योजना से जरूरतमंद लोगों को आवास भी मंजूर किए गए हैं। जिसके तहत जनपद पंचायत बिल्हा में 16718 आवास, जनपद पंचायत कोटा में 12561 आवास, जनपद पंचायत मस्तूरी में 15002 आवास एवं जनपद पंचायत तखतपुर मे 10372 आवास जिले में कुल 54653 आवासों को स्वीकृत कर पूर्ण करा लिया गया है। जिसमें हितग्राही अपने परिवार के साथ खुशी-खुशी जीवन व्यतीत कर रहे हैं।योजना अंतर्गत 1 लाख 20 हजार रुपये की आर्थिक सहायता राशि आवास निर्माण हेतु विभिन्न स्तर में प्रदाय की जाती है। प्रथम किश्त आवास की स्वीकृति होने पर 25000/-. द्वितीय किश्त प्लींथ स्तर का आवास निर्माण कराने पर 40000/- तृतीय किश्त छत स्तर तक आवास निर्माण कराने पर 40000/- एवं चतुर्थ किश्त आवा पूर्ण होने पर 15000/- इस तरह कुल 120000/- की आर्थिक सहायता राशि उनके बैंक खाते में आबंटित किया गया।जनपद पंचायत तखतपुर जिला बिलासपुर (छतीसगढ़) में ग्रामीण अंचल में निवासरत हितग्राही श्रीमती रामप्यारी बाई के आवास की कहानी जो समाज में एक विधवा महिला होकर भी एक सक्षम व्यक्ति की तरह अपने पूरे परिवार 2 बेटा का भरण पोषण विगत 25 वर्षों से निरंतर कर रही है।पहले श्रीमती रामप्यारी बाई अपने छोटे से कच्चे मकान में 2 बच्चो के साथ निवासरत थी।इनका मुख्य आय का साधन मजदूरी था। समय के साथ-साथ निवासरत घर की स्थिति जर्जर होने लगी थी एवं बारिशो में 2 बच्चो के साथ मिट्टी के कच्चे मकान में जानमाल का भी भय हमेशा बना रहता था।हितग्राही श्रीमती रामप्यारी बाई कहती है कि पति के देहांत के बाद बच्चो की परवरिश देखरेख हेतु उन्हें देहाड़ी मजदूरी का काम भी करना पढ़ता था। उनका लड़का भी मजदूरी कर अपनी माता का सहयोग घर चलाने में करता है, इन सब जद्दोजहद में उनका अपने पक्के मकान का सपना सपना ही रह गया था। किन्तु मेरा यह सपना पूरा करने में शासन की प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण अंतर्गत मेरे जीर्ण-शीर्ण आवास को नई दिशा मिली और मेरा पक्का आवास वाली छत का सपना साकार हुआ।शासन की योजनाओ से लाभान्वित होकर हितग्राही श्रीमती रामप्यारी बाई शासन का आभार व्यक्त करते हुए कहती है की एक विधवा महिला होने के बाद भी जनपद जिला एवं शासन स्तर में योजनाओ के सफल क्रियान्वयन से उनके एवं उनके जैसे अन्य लोगो को लाभान्वित किया जाना वास्तव में सराहनीय है। जिसके लिए वो शासन को धन्यवाद देते हुए खुशी से फुले नहीं समा रहें हैं साथ ही सम्पूर्ण परिवार इस नेक कार्य हेतु आर्शीवाद देते हुए अपने पक्का मकान का सपना पूरा होने पर शुभकामनाएं ज्ञापित कर रहे हैं।इसी प्रकार जनपद पंचायत कोटा के ग्राम पंचायत सिलदहा निवासी श्री चन्द्रशेखर अपने परिवार के साथ एक जर्जर मिट्टी के मकान में अपना जीवन यापन कर रहे थे। रोजी-मजदूरी करके दो वक्त के खाने की व्यवस्था करते है। कमजोर आर्थिक स्थिति होने के कारण श्री चन्द्रशेखर अपने लिये एक अच्छा मकान बनाना मानो उनके लिए एक सपने जैसा था। उनके इस सपने को पूरा करने में शासन की महत्वाकांक्षी योजना “प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रा.)” ने मदद की। “प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रा.)” के स्थायी प्रतिक्षा सूची में श्री चन्द्रशेखर का नाम शामिल होने से उनको जिसके पश्चात् श्री चन्द्रशेखर अपना पक्का आवास निर्माण कर अपना सुखद जीवन यापन कर रहे है। श्री चन्द्रशेखर का कहना है कि “शासन की ओर से संचालित प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) एक ऐसी योजना है, जिससे मुझ जैसे लाखों गरीबों का पक्का मकान में रहने का सपना साकार हो रहा है। उन्होंने कहा कि जहां एक ओर उनका पक्का मकान का निर्माण हुआ है।प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) अतर्गत आवास स्वीकृत हुआ था, जो पूर्ण कराया गया है। हितग्राही का पूर्व में कच्चा घर था।जिससे उन्हे जीवन यापन करने में कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा था। महत्वकांछी योजनांतर्गत हितग्राही को लाभ दिया गया।जिससे उनका पक्के मकान का सपना पूर्ण हुआ। और हितग्राही वर्तमान में बेहतर तरीके से जीवन यापन कर रहें है।जिला प्रशासन द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण को पूरी तरह से पारदर्शी बनाये जाने हेतु विभिन्न प्रयास किये जा रहे हैं सभी भुगतान सीधे लाभार्थियों को उनके बैंक खाते में हस्तांतरित किये जा रहे हैं साथ ही आधार डेटा को भी सत्यापित किया जा रहा है।ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके की सही व्यक्ति के खाते में आवास की राशि हस्तांतरित एवं सही व्यक्ति को आवास का लाभ मिल सकें हितग्राही से यदि कोई व्यक्ति किसी भी तरह से आवास निर्माण हेतु राशि की मांग करता है तो सीधे जनपद / जिला पंचायत में इसकी शिकायत किये जाने हेतु व्यापक स्तर पर इसका प्रचार प्रसार भी कराया जा रहा है। साथ ही जिले में स्वीकृत समस्त आवासों को निर्धारित समयावधि में पूर्ण कराये जाने हेतु सतत् प्रयास किया जा रहा है।
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