प्रिय शिक्षक साथियों,
शिक्षक दिवस के अवसर पर आप सभी शिक्षको को मेरी शुभकामनाएं!माता-पिता के बाद आप ही लोग हमारे नौनिहालों के सबसे करीब हैं।आप ही उनके आदर्श और पथ-प्रदर्शक हैं।शिक्षा को ज्ञान के प्रकाश पुंज में परिवर्तित करने वाले आप ही हैं।आप केवल शासकीय कर्मचारी नहीं है।बल्कि भविष्य के रचनाकार हैं।आप के ऊपर भावी पीढ़ी के निर्माण का दायित्व है।आपके व्यवहार, आचरण और व्यक्तित्व का बच्चों पर गहरा प्रभाव पड़ता है।इसलिए आप समय पर स्कूल आएं।गंभीरता और जिम्मेदारी से उन्हें पढ़ाएं।बच्चों के सामने हमेशा सकारात्मक रहे।उनका मनोबल बढ़ाने यथा संभव प्रयास करें।अच्छी बातें बच्चों से साझा करें।बच्चो के ताकत को पहचान कर बच्चों को उनका ताकत के बारे में बताकर उस ताकत पर पूरा ध्यान देकर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करें।प्रत्येक छात्र-छात्रा को प्रोत्साहित करें।किसी भी छात्र-छात्रा को बिल्कुल भी हतोत्साहित नहीं करें।बच्चों का सर्वांगीण विकास पर जोर देने।प्रत्येक बच्चा को अनुशासित एंव संस्कान बनाने पर विशेष ध्यान देवे।छात्र-छात्राओं के अन्दर का डर को दूर करने हमेशा प्रयासरत् रहे।जिससे छात्र-छात्रा किसी के सामने भी निडरता के साथ खुल कर अपनी बात रख सके।बच्चों को अपने स्तर सर संभव सहयाता प्रदान कर आगे लाने प्रयासरत् रहे।जिन बच्चों को बदौलत आ सभी को शिक्षक का नौकरी मिला हुआ है।उन बच्चों का हित के दृष्टिकोण से अपने वेतन का एक निश्चित कुछ प्रतिशत् हिस्सा का व्यय करें। छात्र-छात्राओं के साथ दोस्ताना सम्बंध स्थापित कर चले।जिससे की हरेक छात्र-छात्रा अपनी परेशानी निडरता के साथ खुल कर आपसे साझा करें सके और आप उनकी समस्या का निराकरण हेतु आवश्यक प्रयास कर सके।ऐसे छात्र-छात्रा जिनका आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर है।उनका घर में माता-पिता का देहांत हो गया है/माता या पिता दोनों में से एक का देहांत हो गया है।जो स्वयं घरेलू काम-काज को करते है।इनका विशेष ख्याल रखें।जितना हो सके उतना इनका सहयोग प्रदान कर इनको आगे लाने के लिए हमेशा प्रयासरत् रहे।ऐसे बच्चों को बिल्कुल भी पढ़ाई-लिखाई में ध्यान ही है कहते हुए हतोत्साहित नहीं करे।उनका स्थिति को ध्यान में रखते हुए उनको प्रोत्साहित कर आगे लाने प्रयासरत् रहना है।उनका मेहनत के बारे में अन्य छात्र-छात्राओं को बताते हुए उनका मनोबल बढ़ाना है,कि इस तरह का घरेलू काम-काज को पूर्ण करने के साथ-साथ ही यह विद्यार्थी पढ़ाई-लिखाई का कार्य को पूरी ईमानादारी के साथ पूर्ण कर लेता है करके। छात्र-छात्राओं के कांपी को नियमित रुप से ध्यान पूर्वक जांचें और त्रृटियां मिलने पर उन्हें चिन्हांकन कर सुधारें।अगर आप ही स्कूल नहीं आएंगे या ठीक से नहीं पढ़ाएंगे तो आप ना सिर्फ बच्चों बल्कि समाज की अपेक्षाओं पर भी खरे नहीं उतर पाएंगे।आप सभी के व्दारा छात्र-छात्राओं का हित के दृष्टिकोण से किए जा रहे प्रयास के प्रति धन्यवाद एंव उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं।
आईये,आज शिक्षक दिवस के अवसर हम एक सुशिक्षित एंव सुविकसित भारत के निर्माण का संकल्प लें।
(हिन्देश कुमार यादव)
संस्थापक
हिन्देश एजुकेशन हेल्थ एण्ड वेलफेयर फाउण्डेशन
मो.नं.-9827680271/9685890419
Check Also
सक्ती:- हिन्देश एजुकेशन हेल्थ एण्ड वेलफेयर फाउण्डेशन (रजिस्टर्ड) के चीफ हिन्देश कुमार यादव का औचक दौरा में शा.प्रा.शाला इंदिरा आवास सेरो(मालखरौदा) में पदस्थ दो शिक्षकों में से एक शिक्षक का बूथ लेवल आफिसर आफिसर एवं अभिहित अधिकारी दोनों शिक्षको का एसआईआर निर्वाचन कार्य में ड्यूटी लगने के कारण शाला का तालाबंदी होने का स्थिति निर्मित होते देख कर एसडीएम को पत्र लिख कर अपने अधिकार क्षेत्र सम्बंधित विकासखण्ड के बीईओ से आवश्यक चर्चा कर एसआईआर कार्य के कारण तालाबंदी होने का स्थिति निर्मित होने वाले समस्त शा.प्रा.शालाओ का जानकारी मंगा कर उन शालाओं में तालाबंदी नही होने देने समीपस्थ शा.पू.मा.वि. के एक शिक्षक को तत्कालिक रुप से उन शालाओ का संचालन करने जिम्मेदारी सौंपने आदेश जारी करवाने की मांग…
🔊 Listen to this सक्ती(एचकेपी 24 न्यूज)।हिन्देश एजुकेशन हेल्थ एण्ड वेलफेयर फाउण्डेशन (रजिस्टर्ड) के चीफ …
HKP24News Online News Portal