सुनिल बर्मन@मालखरौदा(एचकेपी 24 न्यूज).नेशनल ग्रीन ट्रिव्यूनल का आदेश है कि खेतों पर फसल कटाई करने के पश्चात् शेष बचे अवशेष को नहीं जलाया जाना है।शासन-प्रशासन का निरंतर प्रयास के पश्चात् भी खेतों के अवशेष जलाने के मामले थमने का नाम नही ले रहे हैं।मिली जानकारी अनुसार गुरुवार 28 नवम्बर को मालखरौदा जनपद पंचायत अंतर्गत आने वाला गांव दर्राभाठा मे एक किसान के खेत का अवशेष मे आग लगे होने की सूचना सक्ति एसडीएम डॉ. सुभाष सिह राज को मिला।सूचना मिलने पश्चात् तत्काल एसडीएम डाॅ.राज ने जनपद सीईओ मालखरौदा एन.एल.साहू नायब तहसीलदार अनुराग भट्ट,कृषि विभाग के अधिकारी सहित पुलिस टीम के साथ दर्राभाठा गांव के घटना स्थल पर पहुंचे।जहां मौके पर खेत में आग लगी हुई थी।अधिकारियों ने मौके पर पंचनामा तैयार किया।जहां खेत मालिक बाबूलाल गबेल ने बताया कि मशीन से धान की कटाई करवाने के पश्चात् खेत में ही अवशेष पड़े हुए थे।उस अवशेष में किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा आग लगा दी गयी है।खेत मालिका का बयान के पश्चात् अधिकारियों ने खेत में शेष बचे पैरा को बुन्देेली का आदर्श गौठान भेजवा दिया।सक्ति एसडीएम डाॅ.सुभाष सिह राज ने खेत के अवशेष को आग के हवाले करने के मामले में गंभीरता से लेते हुए किसानों को यह संदेश देने का कोशिश किए है कि खेत में बचे शेष अवशेष को आग से नही जलाए।खेत के अवशेषो आग से जलाने पर खेत के सूक्ष्म जीवों को नुकसान होने के साथ- साथ ही पर्यावरण को भी बडे स्तर पर नुकसान पहुंचता है।वही अधिकारियो का टीम के दर्राभांठा का खेत के पैरा मे आग लगने के घटना स्थल पर पहुंचने की जानकारी आस-पास गांवो का किसानों तक पहुंची है।जिससे किसानों में जागरूकता आने की उम्मीद है।वही अपने-अपने खेतों के शेष बचे अवशेषों में आग नहीं लगाएंगे।
इस सम्बंध मे सक्ति एसडीएम डॉ.सुभाष सिह राज ने बताया कि खेतों मे शेष बचे अवशेषों को आग से जलाने,एक बडी समस्या है।इसको देखते हुए जनपद सीईओ एंव नायब तहसीलदार के साथ ही कृषि विभाग की अधिकारियों का टीम को दर्राभांठा के खेत मे बचे अवशेषों को जलाए जाने का सूचना मिलने वाला स्थल पर भेजा गया था।अधिकारियों की रिपोर्ट मिलने के पश्चात् नेशनल ग्रीन ट्रिव्यूनल के प्रावधानों का अध्ययन कर इस दिशा में आगे की कार्रवाही की जाएगी।