नई दिल्ली(एचकेपी 24 न्यूज)।जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले और फिर 26 फरवरी को भारत की ओर से पाकिस्तान के बालाघाट और बहावलपुर में हुई सर्जिकल स्ट्राइक-2 के बाद भारत-पाकिस्तान में तनाव कायम है। इस बीच भारत-पाकिस्तान मित्रता को दर्शाने वाली समझौता एक्सप्रेस ट्रेन रविवार को फिर बहाल कर दी गई, लेकेिन यह ट्रेन में सिर्फ 12 यात्रियों को लेकर पाकिस्तान के लिए रवाना हुई।
रेलवे प्रशासन से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक, 12 यात्रियों को लेकर रवाना हुई इस ट्रेन में रविवार को सिर्फ पाकिस्तान मूल के निवासी ही थे। नौ बोगियों वाली यह ट्रेन नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से प्रत्येक सप्ताह में दो दिन रवाना होती है।
वहीं, रेलवे सुरक्ष बल के इंस्पेक्टर मनोज कुमार ने भी बताया कि सभी 12 यात्री पाकिस्तान के रहने वाले हैं। हमने सुरक्षा जांच को और अधिक सख्त किया है। हर यात्री के सामान को डॉग स्कवॉड ने भी चेक किया।
यहां यह बता देना जरूरी है कि भारतीय वायुसेना की पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में 26 फरवरी को तड़के आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई और वायुसेना के जांबाज विंग कमांडर पायलट अभिनंदन की वतन वापसी के बाद रविवार को समझौता एक्सप्रेस दिल्ली से अटारी के लिए रवाना हुई है। इससे पहले भारतीय वायुसेना द्वारा की गई कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने अपनी ओर से ट्रेन सेवा रद कर दी थी। इसके बाद भारत ने भी 28 फरवरी को समझौता एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन रद कर दिया था।
यहां पर बता दें कि 22 जुलाई, 1976 को अटारी-लाहौर के बीच इस ट्रेन की शुरुआत की गई थी। समझौता एक्सप्रेस अटारी-वाघा के बीच केवल तीन किलोमीटर का सफर तय करती है। 1971 के युद्ध के बाद तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और उनके समकक्ष जुल्फिकार अली भुट्टो के बीच शिमला समझौता हुआ था। इसी के तहत भारत और पाकिस्तान के बीच रेल संपर्क बनाने पर हामी भरी गई थी। बता दें कि अटारी से लाहौर तक रेल मार्ग पहले से ही मौजूद था, इसलिए समझौता एक्सप्रेस को शुरू करने में कोई रुकावट नहीं आई थी।
यहां पर बता दें कि भारत-पाकिस्तान के बीच रिश्तों के मजबूत करने के लिए चलाई गई यह ट्रेन यात्रियों के नहीं मिलने की स्थिति में यह ट्रेन हमेशा नुकसान में ही चलती है। यही वजह है कि रविवार को 12 यात्रियों के लिए करीब 25 रेलवे कर्मचारियों का ग्रुप अटारी तक समझौता एक्सप्रेस ट्रेन में रवाना हुआ।