नई दिल्ली(एचकेपी 24 न्यूज)।जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा के पास शनिवार को बारूदी सुरंग को निष्क्रिय करते समय हुए विस्फोट में मारे गए मेजर चित्रेश बिष्ट की अगले महीने शादी होने वाली थी। 7 मार्च की शादी के लिए उनको 28 फरवरी को घर लौटना था। 31 साल मेजर अपने माता-पिता को छोड़ गए हैं। उनके पिता एक सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी हैं और उनकी मां गृहिणी हैं। बिष्ट नौशेरा सेक्टर में बारूदी सुरंग होने की जानकारी मिलने के बाद गठित बम निरोधक दस्ते का नेतृत्व कर रहे थे। चित्रेश बिष्ट उत्तराखंड के देहरादून के थे।
एक बारूदी सुरंग को सफलतापूर्वक निष्क्रिय कर दिया गया, लेकिन जब दूसरी सुरंग को निष्क्रिय किया जा रहा था तो विस्फोट हो गया। इसमें वो गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में उनका निधन हो गया। नियंत्रण रेखा से लगभग 1.5 किलोमीटर अंदर पाकिस्तान से आए घुसपैठियों द्वारा विस्फोटक लगाया गया था।
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